नोएडा। अलीगढ़ के सहजपुरा के रहने वाले दो भाई गुड्डू उर्फ हरीश और उसका भाई अफसर नकली पनीर बेचकर हर दिन एक गाड़ी पर दो से सवा दो लाख रुपये तक मुनाफा कमा रहे थे।
वह आंखों पर पट्टी बांधकर और अपने जमीर को मारकर इस कदर संवेदनहीन हो गए। यह भी भूल गए कि पेंटिंग रंग, केमिकल, रिफाइंड से बने नकली पनीर को खाकर किसी की जान पर भी बन सकती है।
थाना सेक्टर-63 पुलिस द्वारा अपमिश्रित पनीर तैयार कर विक्रय करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 04 अभियुक्त गिरफ्तार, कब्जे से 14 क्विंटल तैयार अपमिश्रित पनीर व निशादेही पर अपमिश्रित पनीर तैयार करने वाले उपकरण व कच्चा माल बरामद।
— POLICE COMMISSIONERATE GAUTAM BUDDH NAGAR (@noidapolice) June 29, 2025
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लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ का आरोपितों को नहीं अफसोस
पुलिस के पकड़े जाने पर भी फैक्ट्री संचालक गुड्डू को अफसोस नहीं था कि वह किसी के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहा है। उसे चिंता थी तो केवल और केवल यह कि उसने छह माह पहले जमीन बेचकर शुरू किया काले कारोबार के चौपट हो गया। हालांकि मिलावटखोरों के पकड़े जाने पर हर कोई यह ही कहता दिखा कि काले कारोबार की चाह में जमीन और जमीर ही बेच दिए।
गुड्डू और उसका भाई का पिछले साल तक पनीर की सप्लाई करने का काम था। पनीर का काम करने वालों को चंद दिनों में करोड़पति बनते देखा तो खुद भी अमीर बनने का सपना सजोने लगे थे, लेकिन आगे बढ़ने का कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा था।पिछले साल एक कारोबारी से नकली पनीर बनाने का आइडिया मिला। तो फिर क्या था दोनों भाइयों ने अपने पैतृक गांव में 20 लाख रुपये की जमीन बेच दी। बची जमीन के एक हिस्से में पनीर बनाने की फैक्ट्री शुरू की।