- गाजियाबाद में विद्युत निगम ने बिजली चोरी रोकने के लिए अभियान शुरू किया है। जोन-एक और दो में अब तक 280 एफआईआर दर्ज की गई हैं। उच्च लाइन लॉस वाले फीडरों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। अवैध कनेक्शन और मीटर से छेड़छाड़ करने वालों पर कार्रवाई हो रही है। वैध उपभोक्ताओं को हो रही परेशानी को दूर करना अभियान का लक्ष्य है।
गाजियाबाद। जिले के हर जोन में विद्युत निगम ने उच्च लाइन लास वाले हर पांच फीडरों पर बिजली चोरी पर रोक लगाने के लिए बिजली चोरी रोको अभियान शुरू किया है। बिजली विभाग के मुताबिक इस अभियान के अंतर्गत जोन-एक व जोन-दो में एक जून से अभी तक 280 उपभोक्ताओं पर एफआईआर दर्ज की गई है। इस अभियान का उद्देश्य हर जोन में अधिक लाइनलास वाले फीडरों पर बिजली चोरी को रोकना है, जहां राजस्व हानि अधिक हो रही है।
विद्युत निगम के मुताबिक बिजली चोरी रोको अभियान में जोन-एक के कालकागड़ी, गोविंदपुरम सेक्टर-नो, बम्हेटा, नेहरूनगर, अंबेडकर कालोनी, गोशाला, पंचवटी और मिर्जापुर आदि फीडरों पर एक जून से अभी तक बिजली चोरी करते पाए गए 35 उपभोक्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।वहीं 46 उपभोक्ताओं की 67 किलोवाट भार की वृद्धि की गई है। वहीं जोन-दो में कलछीना, डासना देहात, बेहटा हाजीपुर व अन्य फीडरों पर 248 उपभोक्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। साथ ही 3,858 उपभोक्ताओं के लोड बढ़े हुए पाए जाने पर भार की वृद्धि की गई है।
साथ ही 459 उपभोक्ताओं को नए कनेक्शन भी दिए गए है। इस अभियान में विद्युत निगम की टीमें सुबह से लेकर देर शाम तक गहन जांच कर रही है। चेकिंग के दौरान यदि किसी उपभोक्ता के परिसर में कटिया डालकर बिजली चोरी पाई जाती है या विद्युत मीटर में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ मिलती है।
इसके अलावा कोई उपभोक्ता बकाया धनराशि होने पर कनेक्शन कटने के बाद भी बिजली का इस्तेमाल करते पाया जाता है, तो संबंधित उपभोक्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लंबे समय से कुछ क्षेत्रों में बिजली चोरी आम बात हो गई है।
जिससे न केवल विभाग को राजस्व की हानि हो रही है। बल्कि वैध उपभोक्ताओं को भी परेशानी उठानी पड़ रही है। अभियान को प्रभावी बनाने के लिए स्थानीय पुलिस की भी मदद ली जा रही है।