गाजियाबाद। शासन द्वारा चलाए जा रहे नो हेलमेट नो फ्यूल अभियान को लेकर पेट्रोल पंपों पर विवाद की स्थिति बन रही है। नो हेलमेट नो फ्यूल का नियम लोग हेलमेट पहनने के लिए जागरूक हों और हादसा हाेने पर उनके सिर में गंभीर चोट न लगे, इसके लिए बनाया गया है लेकिन कई वाहन चालक इस नियम का पालन
नहीं कर रहे हैं। बिना हेलमेट पहने पेट्रोल लेने पहुंच रहे दोपहिया वाहन चालकों को रोकना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में पेट्रोल पंप संचालकों ने पुलिस और प्रशासन से समस्या के समाधान की मांग की है, उन्होंने पेट्रोल पंपों पर सुरक्षा बढ़ाने का भी अनुरोध किया है।
पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन शर्मा ने कहा कि शुक्रवार रात को क्रासिंग रिपब्लिक थानाक्षेत्र स्थित शर्मा फिलिंग स्टेशन पर पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से मारपीट के मामले में पुलिस कमिश्नर जे रविन्दर गौड से मुलाकात की गई है। उनको बिना हेलमेट पहने पेट्रोल पंप पर पहुंचने वाले वाहन चालकों को पेट्रोल देने से मना करने पर आ रही समस्याओं के बारे में बताया गया है।
उन्होंने आश्वासन दिया है कि सभी थाना प्रभारियों को पेट्रोल पंपों पर पेट्रोलिंग बढ़ाने के लिए निर्देश देंगे, इसके साथ ही पेट्रोल पंप संचालकों की शिकायत पर तुरंत संज्ञान लें। इसके बाद पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने अभी इस मामले में कोई सख्त निर्णय नहीं लिया है। अगले दो से तीन दिन की स्थिति को चेक किया जाएगा, यदि पेट्रोल पंपों पर सुरक्षा नहीं बढ़ाई गई और विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई तो सख्त निर्णय लिया जाएगा।
उधर, जिला पूर्ति अधिकारी अमित तिवारी ने बताया कि उन्होंने भी इस मामले में एडीसीपी ट्रैफिक सच्चिदानंद से पेट्रोल पंपों पर सुरक्षा बढ़ाने का अनुरोध किया गया है। इसके अलावा पेट्रोल पंप संचालकों से कहा गया है कि वह वाद विवाद में न पड़ें। यदि कोई व्यक्ति बिना हेलमेट पहने पेट्रोल पंप पर आता है और पेट्रोल देने से मना करने पर विवाद करता है तो पेट्रोल दे दें लेकिन उसका फोटो खींचकर भी भेज दें, वाहन चालक के वाहन का चालान कराया जाएगा।
 
								
 
															











