


- अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग कार्यशाला का आयोजन किया गया
- पुनीत कुमार सिंह, निदेशक, ईडीपीएस के निर्देशन में यह आयोजन सुनिश्चित किया गया
- मुख्य अतिथि सुरेन्द्र शर्मा सुप्रसिद्ध उदघोषक एवं कवि का स्वागत अजय कुमार त्रिपाठी ने अंगवस्त्र पहनाकर किया
गाजियाबाद प्रताप विहार के ईस्ट दिल्ली पब्लिक स्कूल में सीनियर सिटीजन को उनकी आयु को देखते हुए कौन से योगाभ्यास कब, कैसे करना चाहिए के लिये अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग कार्यशाला का आयोजन किया गया. पुनीत कुमार सिंह, निदेशक, ईडीपीएस के निर्देशन में यह आयोजन सुनिश्चित किया गया.भारतीय संस्कृति मे रचे बसे योग की महत्ता हमारे ऋषियों मुनियों, तपस्वीयों व देवाधिदेव महादेव की देन है .योग शिक्षक चंद्र भानु मिश्रा ने बताया कि कर्म में कुशलता ही योग है योग का अभ्यास करने से व्यक्ति अपने कर्मो में कुशल हो जाता है जिससे हमें जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने में मदद मिलती है, योग एक सम्पूर्ण शैली है.कार्यकम के मुख्य अतिथि सुरेन्द्र शर्मा सुप्रसिद्ध उदघोषक एवं कवि का स्वागत अजय कुमार त्रिपाठी ने अंगवस्त्र पहनाकर किया.बतौर मुख्य अतिथि श्री शर्मा ने कहा कि आज के इस युग में इतने वरिष्ठ नागरिकों को एक जगह बुलाकर उनके लिये खुशियों के पल संजोकर रखना पुण्य कार्य है उन्होने अपनी ओज और श्रृंगार की कुछ कवितायें सुनाकर सबका मन मोह लिया. इस अवसर पर महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा कर वरिष्ठ नागरिक जय सिंह चौहान और श्रीमती के लक्ष्मी सनसैइया का जन्मदिन और महीपाल सिंह यादव, चंद्र भानु मिश्रा, जय सिंह, योगेन्द्र पाल सिंह जादोन, के सनसैइया व बृजेश कुमार शर्मा की शादी की वर्षगांठ मनायी गयी. सभी दूल्हा और दुल्हनों ने अपनी पारंपरिक पोशाकों में सज धज कर एक दूजे को वरमाला के रूप में अंगवस्त्र पहनाकर अपना बनाया. इनमें उत्तर भारत में वैवाहिक रीतिरिवाज़ों और दक्षिण भारत वैवाहिक रीति रिवाज़ों से मंगलगीत गाये गये जैसे तुम उठो सिया श्रृंगार करो शिव धनुष राम ने तोडा है, सिया रघुवर जी के संग परन लागी भांवरियां, सभी लोग अपने अपने समय की शादी की रस्मों को याद करते हुए एक दूसरे को बताने लगे उन्होने यह महसूस किया कि जब से शादी हुई उसके बाद इस तरह दूल्हा दुल्हन बना कर तो केवल भाग्यशाली वरिष्ठ नागरिक ही करते हैं हमें अपनापन प्रतीत होता है. वो पुरानी रीति रिवाज़ों को अब कम लोग ही मानते हैं अगर हम अपनी पारंपरिक संस्कृति और सभ्यता का अनुशरण करें तो वर्तमान में आ रही समस्याओं का सरल समाधान हो सकता है.
इस भाग्यशाली वरिष्ठ नागरिक समिति के समारोह और योग कार्यशाला में के पी सिंह जादोन, श्रीमति विमलेश, श्रीमति धर्मवती, शुभरा जैन, सुनीता शर्मा, प्रमोद कुमारी, विमला देवी, कृष्ण मुरारी शर्मा, देशराज जोग, प्रदीप कुमार सचान, आशा सचान, वीरेन्द्र शर्मा, जयवीर सिंह यादव उपस्थित रहे. इस मौके पर काव्य पहेली की विजेता श्रीमती निरुपमा त्रिपाठी को स्त्री का पुरूषार्थ पुस्तक ईनाम स्वरूप भेंट की गयी. संचालन समिति के संस्थापक राजेश कुमार जादोन ने किया और रजनीकांत शुक्ल ने काका हाथरसी की दहेज वाली शादी की कविता सुनाकर सबका धन्यवाद किया. योग कार्यशाला का लाभ योग दिवस पर आयोजित विभिन्न कार्यकर्मों में देखने को मिला है.
#bhagyshali varishtha nagrik samiti #rajesh kumar jadoun #ajay kumar tripathi