साहिबाबाद। जिले का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। एक तरफ भीषण गर्मी में लोगों के पसीने छूट रहे हैं, दूसरी ओर बची हुई कमी अंधाधुंध बिजली कटौती ने पूरी कर दी।
शहर के लोगों को रोजाना औसतन चार से पांच घंटे लोगों को कटौती झेलनी पड़ रही है। जबकि विद्युत निगम ने बिजली व्यवस्था सुधारने पर बीते करीब डेढ़ वर्ष में 400 करोड़ का बजट खर्च किया है। बावजूद इसके विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से फेल हो गई है।
जिले के तीनों जोन में विद्युत व्यवस्था सुधारने के लिए बिजनेस प्लान व आरडीएसएस योजना के अंतर्गत ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि, फीडर विभक्तिकरण, जर्जर तार व पोल बदलने समेत विभिन्न कार्यों पर यह बजट खर्च किया गया।
गर्मी शुरू होते ही बिजली कटौती शुरू
इसके बाद भी जैसे ही गर्मी शुरू हुई बिजली कटौती शुरू हो गई। गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली कटौती भी लगातार बढ़ती जा रही है। इस वर्ष भी विद्युत निगम करीब 70 से 80 करोड़ का बजट खर्च कर चुका है।दरअसल शहर को नो ट्रिपिंग जोन में शामिल किया गया है, जिसके अंतर्गत विद्युत आपूर्ति के लिए 24 घंटे का रोस्टर निर्धारित है।
शहर में ट्रिपिंग भी नहीं होनी चाहिए। फिर भी लोगों को रोजाना की कटौती, ट्रिपिंग व लो-वोल्टेज की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
समय से मेंटेनेंस कार्य नहीं होने से बढ़ रही परेशानी
विद्युत निगम को मार्च तक सभी मेंटेनेंस कार्य पूरी कराने होते हैं। लेकिन अभी तक भी विभिन्न क्षेत्रों में कार्य किए जा रहे हैं। इससे निगम को शटडाउन लेना होता है, जिससे लोगों को बिजली कटौती झेलनी पड़ती है।बृहस्पतिवार को भी अतिरिक्त फीडर चालू करने के कार्य के चलते बंथला, सिकरानी, राम विहार व बृज विहार में चार घंटे बिजली गुल रही। सुबह 9:00 बजे से एक बजे तक लोगों को गर्मी में रहना पड़ा।
इन इलाकों में भी लोगों के छूटे पसीने
भोपुरा की डिफेंस कालोनी में बुधवार रात हाई व लो-वोल्टेज की समस्या रही। इससे लोग गर्मी से बचाव के उपकरण नहीं चला सके। ओवरलोड के कारण तारों में भी आग लग गई।वहीं, शालीमार गार्डन व इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के लोगों को भी सबसे अधिक कटौती से जूझना पड़ा। इसके अलावा वसुंधरा, वैशाली, कौशांबी, साहिबाबाद आदि के विभिन्न इलाकों में भी कटौती व ट्रिपिंग की समस्या रही।